गुरुवार, 7 नवंबर 2024
कंकणाकृति सूर्यग्रहण 17 फरवरी 2026
सूर्य ग्रहण फाल्गुन कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि मंगलवार 17 फरवरी 2026 को लगने वाला कंकणाकृति सूर्य ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा ।
ग्रस्तोदित चंद्रग्रहण 3 मार्च 2026
चंद्रग्रहण फाल्गुन शुक्लपक्ष मंगलवार 3 मार्च 2026 को लगने वाला खग्रास चंद्रग्रहण है ।
यह खग्रास चंद्र ग्रहण भारत में ग्रस्तोदित खग्रास चंद्रग्रहण के रूप में भारत में दृश्य होगा।
भारतीय मानक समयानुसार ग्रहण का प्रारंभ दिन में 3:20 पर होगा ।
ग्रहण मध्य, मध्य 5:04 पर ।
ग्रहण मोक्ष ,मोक्ष 6:47 पर होगा ।
यह ग्रहण भारत के पूर्वी भाग में दृश्यहोगा । अन्य क्षेत्रों में नहीं दिखाई देगा।
दीपावली पूजन निर्णय 2025
दीपावली पूजन का शुभ मुहूर्त 2025
दीपों का त्योहार खुशियां मिले हजार ।
दीप सजाओ लक्ष्मी की कृपा बरसे अपार ।।
दीपावली का त्योहार भारत ही नहीं अपितु पूरे विश्व में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। दीपावली का यह पर्व प्रत्येक वर्ष कार्तिक कृष्ण अमावस्या तिथि पर मनाया जाता है।
प्रदोष काल ,निशा व्यापनी अमावस्या तिथि, स्थिर लग्न पर दीपावली लक्ष्मी पूजन करने से धन-धान्य की वृद्धि ,व्यापार मे नित्य उत्तरोत्तर वृद्धि होती है।
दीपावली तिथि --
20 अक्टूबर 2025 को दीपावली का शुभ पर्व मनाया जाएगा।
20 अक्टूबर 2025 सोमवार को 2:56 पर अमावस्या लगेगी। दूसरे दिन 21 अक्टूबर 2025 मंगलवार को 4:26 तक अमावस्या रहेगी।
दीपावली मुहूर्त --
वृषभ लग्न -- सायं 7:10 से रात्रि 9:06 तक है जो दीपावली के लिए उत्तम समय माना जाता है।
सिंह लग्न --अर्धरात्रि 1:38 से 3:52 तक सिंह लग्न रहेगा।
कुंभ लग्न -- कुंभ लग्न दिन में 2: 56 से दिन में 4:05 के मध्य तक रहेगा।
खग्रास चंद्रग्रहण (7 सितंबर2025)
श्री संवत 2082 सन 2025 में लगने वाला साल का पहला चंद्रग्रहण
यह चंद्रग्रहण भाद्रपद पूर्णिमा तिथि रविवार 7 सितंबर 2025 को लगने वाला खग्रास चंद्र ग्रहण है । यह ग्रहण भारत मैं दिखाई देगा ।
यह चंद्रग्रहण भारत के सभी भागों में दिखाई देगा । शुरू से लेकर अंतिम तक या ग्रहण दिखाई देगा
ग्रहण समय--
भारत में यह ग्रहण भारतीय समय के अनुसार ग्रहण का प्रारंभ रात्रि 9:57 पर शुरू होगा।
ग्रहण मध्य, मध्य रात्रि 11:41 पर
ग्रहण मोक्ष रात्रि 1:27 पर होगा ग्रहण का स्पर्श ,मध्य, मोक्ष पूरे भारत में दिखाई देगा ।
ग्रहण फल--
यह ग्रहण मिथुन ,कर्क ,सिंह ,तुला ,वृश्चिक ,मकर ,कुंभ ,मीन राशि वालों के लिए कष्टकारी होने वाला है।
ग्रहण सवधानी --
जिन राशियों के लिए ग्रहण भारी होने वाला है उन्हें चंद्र ग्रहण का दर्शन नहीं करना चहिए ।
जो बहने पेट से हैं उन्हें भी यह ग्रहण का दर्शन नहीं करना चाहिए ।
ग्रहण काल मे भोजन पानी का निषेध करें ।
ग्रहण काल मे हरिनाम संकीर्तन करें ।
जप दान करें।
गंगा स्नान करें ।
विशेष --
ग्रहण काल में किया गया जब और दान अक्षय पुण्य देने वाला सिद्धि देने वाला होता है।
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