महिलाओं का जनेऊ कैसे होता है यज्ञ व गुरु सेवा का फल महिलाओं को कैसे मिलता है । लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
महिलाओं का जनेऊ कैसे होता है यज्ञ व गुरु सेवा का फल महिलाओं को कैसे मिलता है । लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

गुरुवार, 21 दिसंबर 2023

महिलाओं का जनेऊ कैसे होता है । महिलाओं को हवन का फल व गुरु सेवा का फल कैसे प्राप्त होता है ।

युग प्रारम्भ के कुछ समय व्यतीत हुए थे । सभी धार्मिक कार्यो को लोग नियम से निर्वहन करते किन्तु कालांतर में मातृ शक्ति के मन मे विचार आया कि --

 १- ब्रह्मा जी ने पुरुषों को गुरुकुल में रहकर गुरु सेवा का अधिकार दिया किन्तु महिलाओं को नही दिया ।

२-पुरुषों को यज्ञोपवीत संस्कार का अधिकार दिया किन्तु महिलाओ को नही दिया ।

३- पुरुषों को यज्ञ में आहुति का अधिकार दिया किन्तु महिलाओं को नही दिया ।

यह तीन प्रश्नों को लेकर महिलाएं ने  भगवान ब्रह्मा जी के ब्रह्मलोक पर चढ़ाई कर दी ,महिलाओं का समूह देख ब्रह्मा जी भयभीत हो गए । भयभीत मन से ब्रह्मा जी ने सभी महिलाओं का स्वागत किया । स्वागत के उपरान्त ब्रह्मा जी ने मधुर वाणी में सभी स्त्रियों के ब्रह्मलोक आने का कारण पूछा ।

ब्रह्मा जी के पूछे जाने पर सभी महिलाओं ने एक स्वर में ब्रह्म जी से कहा प्रभु आपने महिलाओं के साथ पक्षपात किया है ।

इसलिए हम भूलोक की सभी महिलाऐं आपसे लड़ने आये है । आपके बचने का एक ही उपाय है या तो युद्ध होगा  या आप हमारे सभी प्रश्नों का जबाब दीजिये ।

ब्रह्मा जी बोले बस इतनी से बात को लेकर आप परेशान है, मैने तो हमेशा आपके लिए सोचा , पुरुषों को कितने कष्ट भोगने पड़ते है ,महिलाऐ तो घर बैठे इन तीनो कर्मो का फल प्राप्त कर सकते है ।

महिलाओं ने कहा कैसे-


ब्रह्म जी बोले कि पुरुषों का जनेऊ होता है तो उसके बाद जनेऊ के नियम पालन करना पुरुषों की जिम्मेदारी बढ़ा देता है ।

महिलाओं के विवाह के समय जो सात फेरे होते है वही स्त्री का जनेऊ है जहाँ से स्त्री को समाज मे प्रतिष्ठा मिल जाती है ।

सभी महिलाएं ब्रह्म देव की जय बोलकर महिलाओं ने दूसरे प्रश्न के उत्तर के विषय मे पूछा --

ब्रह्मा जी ने उत्तर दिया पुरुष गुरुकुल में रहकर गुरु सेवा करता है ।पुरुष गुरुकुल में रहकर प्रातः चार बजे उठना , मंदिर की सेवा , गुरु सेवा ,अन्न सेवा, गौ सेवा ,जंगल से लकड़ी काट कर लाना , भोजन तैयार करना विद्याध्ययन करना ऐसी बहुत सी सेवा देने पर गुरुसेवा का फल प्राप्त होता है । किन्तु महिलाओं को पति सेवा से ही गुरुसेवा का फल मिल जाता है ।

ब्रह्मा जी की जय ब्रह्मा जी की जय बोलकर सभी माताओं ने अपने तीसरे प्रश्न का जबाब मांगा


ब्रह्मा जी बोले पुरुष यज्ञ मंडप के पास बैठकर आहुति देता है आग की लपटें आती है तिल चटकता है जो बहुत कठिन है ।

ओर स्त्रियां जब खाना बनाकर पांच ग्रास खाना चूल्हे में चढ़ा दें तो यज्ञ का पूर्ण फल मिलता है । उत्तर जानने के बाद सभी महिलाऐ ब्रह्म देव जय जयकारे लगाते लौट आयी ।

जय सनातन धर्म


ॐ जय गौरी नंदा

         डाउनलोड ऐप  आज की तिथि  त्योहार  मंदिर  आरती  भजन  कथाएँ  मंत्र  चालीसा  आज का विचार  प्रेरक कहानियाँ  ब्लॉग  खोजें होम भजन ओम जय ग...