उत्तराखंड का लोक त्यौहार हरेला (हरियाली)
(कर्क संक्रान्ति १गते श्रावण मास)
उत्तराखंड में समय समय पर ऋतु व संक्रान्ति के आगमन पर अनेक त्यौहार मनाये जाते है । जिनकी प्रसिद्धि पूरे उत्तराखंड व देश विदेशों में दिखायी देता है । हरेला त्यौहार मूलरूप से उत्तराखंड के कुमाऊँ क्षेत्र में विशेष हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है ।
हरेला त्यौहार हरियाली ,प्रकृति संरक्षण का प्रतीक है ,जो हमे पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है।सावन के आगमन पर लोग वृक्षारोपण करते है। यह हरेला त्यौहार प्रकृति की रक्षा व सुख शांति के लिये मनाया जाता है। जिसमें सभी जन मानुष प्रकृति की रक्षा का संकल्प लेते है ।
हरेला का त्यौहार भगवान शिव व शिव परिवार को समर्पित है ।सावन के आगमन पर लोग अपने घरों में मिट्टी से शिव परिवार की मूर्ति बनाकर अभिषेक पूजन करते है । मान्यताओं के अनुसार हरेले के दिन भगवान शिव व पार्वती जी का विवाह हुआ था ।इस लिये भगवान शिव जी को सावन का महीना प्रिय है ।
हरेला त्यौहार -
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मुझे आज इस विषय पर जानकारी पाकर बहुत खुशी हुई।
जवाब देंहटाएंसुंदर जानकारी हेतु बहुत बहुत धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबहुत स्पष्ट रूप से यह जानकारी दी। धन्यवाद्
जवाब देंहटाएंपंडितीजी प्रणाम, आपका ब्लॉग का इंतजार रहता है 🙏
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद पंडित जी
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