शुक्रवार, 8 दिसंबर 2023

नीति श्लोक

 नीति श्लोक--

नमस्कारों प्रियो भानु: , जलधारा शिवप्रिया ।

अलंकारों प्रियो कृष्ण:, ब्राह्मण मोदक प्रिय ।।


शतं विहाय भोक्तव्यं ,सहस्रं नाम आचारेत ।

लक्ष्य त्यक्त्वा दातव्यं, कोटी त्यक्त्वा हरी भजेत ।।

प्रदक्षिणा क्रम--

एक चंड़या रवे सप्त:, तिस्र कार्या विनायके ।

हरे चत्रश्च कर्तव्या शिवस्थ अर्थ प्रदक्षिणा ।।


आयु कर्म वित्तं च , विद्या निधन मेंव च । 

पंचैतानी ही सृजन्ते ,गर्भस्थस्यैव देहिन: ।।


बलं विद्यां च विप्राणां , राज्ञां सैन्यं बलं  तथा ।

बलं वितं वैश्याणां , शुद्रानां परिचर्याका।।


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