शनिवार, 27 जनवरी 2024

ब्राह्मण में होती है अद्भुत शक्ति

ब्राह्मणों में होती है अद्भुत ताकत अगर परखना चाहते हो तो एक बार ब्राह्मण की निंदा करके देखो उसको गुस्सा दिखा कर देखो और उसके ज्ञान की निंदा करो और उसको अपने घर में बुलाकर के यह सब बोलना तो समझ में आ जाएगा कि ब्राह्मण क्या है और इसकी निंदा से हमारे विनाश के कितने सारे रास्ते खुल सकते हैं और जब तक यह नहीं करोगे तब तक आपको अनुभव नहीं होगा ।

बीमारी होने पर ही बीमारी के दर्द का अनुभव होता है। और उसका इलाज कर पाते हैं ।

इसी प्रकार ब्राह्मण इतना शांत है इतना शांत रहता है कि जब तक उसको चिंगारी नहीं लगाओगे तब तक उसके अंदर की शक्तियों का पता नहीं चलेगा ।

  ब्राह्मण क्या है कैसा है क्या कर सकता है क्या नहीं कर सकता। जब तक उसको पहचानोगे नहीं तब तक आपको अनुभव नहीं होगा कहते हैं।

" ब्राह्मण की यारी , शेर की सवारी बराबर होती है"

ब्राह्मण ब्रह्म ज्ञानी हो ,या अनपढ़, ब्राह्मण होता है। उसके अंदर भगवान की दैविक शक्तियों होती है। ब्राह्मण कुल परंपरा से भी उन शक्तियों को प्राप्त करता है, जो उनके पूर्वजों में होती है और कुछ ब्राह्मण शक्तियों को अपने से अर्जित करता है और उन्हें तक वही शक्तियां उसके जीवन में उसकी रक्षा करती हैं । और इन्ही शक्तियों से वह लोगों का कल्याण करता है ।

ब्राह्मण की हत्या करते हैं उन्हें चोट हो जाते हैं उन्हें ब्रह्म हत्या का दोष 21 पीढ़ी तक भोगना पड़ता है ।

एक ब्राह्मण कि निंदा से न जाने कितनी पीढ़ियां उस दर्द को भोगती है और ऐसे बीमारियां होती है जिसका पता नहीं चलता है ऐसे क्षयरोग परिवार में हो जाते हैं और  न जाने कितनी पीढ़ियां उसके दर्द को भोगते है और अपने पूर्वजों को गाली देते है। कि किसने ब्राह्मण की हत्या की किसने सताया जिसकी वजह से हमारी पीढी ,पीढ़ी गल गई और जो ब्राह्मण की निंदा करता है ब्राह्मण की मानहानि करता है ब्राह्मण का अपयश करता है उनके कुल में कभी विद्वान पैदा नहीं होते , उनके घर में कभी इस पर कोई स्वस्थ पैदा नहीं होता ,उनके घर में एक ऐसी बीमारी होती है जिसको हम बोलते हैं ज्योतिषी भाषा में क्षय रोग , ऐसे छह रोग होते हैं जो पूरे परिवार को भर पेट होने पर भी कमजोर बना देता उसकी ताकत को खत्म कर देता है ।  जैसे ~ कुष्ठरोग , टीवीरोग धातुरोग , केंसर ,पागलपन  जैसे  बहुत ऐसी  बीमारियां हो जाती है।

               मित्रों मैंने जीवन में अनुभव किया है कि कभी किसी ब्राह्मण को देखकर के उसका मन दुखाना नहीं चाहिए हो सके तो आदर भाव से प्रणाम करके आगे को निकल जाइए नहीं तो ऐसे लोगों से कभी मुंह नहीं लगना चाहिए।

क्योंकि ब्राह्मण तो ब्राह्मण है, जो ब्रह्म है तो ब्रह्म है ।

और जो ब्रह्म है तो वह कुछ भी कर सकता है उसके शरीर में इतना तेज होता है कि वह कभी-कभी हरे पेड़ को भी सुखा सकता है ।

तो इसलिए सावधान जिसको अपना हित चाहिए वह इन सब बातों पर गौर करें और जो अपना हित नहीं चाहते हैं । जिन्होंने यह सोच लिया कि हमारे लिए पैसा मान प्रतिष्ठा ही सब कुछ है वह लोग एक बार आजमा कर देख ले तो पता चल जाएगा ब्राह्मण की शक्ति क्या है ।

 ।।जय ब्राह्मण देवता जय परशुराम ।।

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