शुक्रवार, 24 जुलाई 2020

कृपानुभूति

जीवन मे अनायास बिना सोच विचार के कोई कार्य घटित हो जाय वह घटना है।घटनाओं का जीवन मे होना रहस्य की तरह होते है।कुछ घटनाओं का अच्छा, बुरा होना जीवन को परिवर्तित कर देते है,और कुछ घटना चिन्तन करने को मजबूर कर देती है।घटना जीवन मे खाते,सोते,जागते,यात्रा करते कभी भी हो सकते है,जिन्हें हम अच्छा,बुरा सोचकर विचार करते है।आमतौर पर हर किसी के जीवन मे कुछ न कुछ रहस्यों से भरी घटनाये होती रहती है।कभी ,कभी हमे घटनाओं के द्वारा संकेत मिलते है।जो हमे सतर्क करती है।

एक घटना तब की है जब में काशी में रहकर पढ़ाई करता था।मेरे मित्र ने कहा आपको आश्विन नवरात्र में उत्तराखंड के जनपद पौड़ी जाना है।मित्र के कहने पर में नवरात्रि में पाठ के लिए  यजमान के घर पहुँच गया।विधिवत ढंग से नवरात्र सम्पन्न करके अपने घर जाने लगा तो  यजमान मुझे कुछ दूर छोड़ने के लिए आये,यजमान ने रास्ता बताया वो लौट गए।पैदल सुनशान रास्ते पर चलता चला गया ।कुछ दूर जाने पर विशाल जंगल मे प्रवेश किया कुछ दूर जाने पर रास्ता भटक गया ,जंगल से न घर का रास्ता मिला न वापस बाहर जाने का रास्ता ,रात होने में 2 घंटा बाकी था ,कुछ भी समझ नही पा रहा था दूर दूर तक कोई घर गांव इंसान नही दिखाई दे रहे थे।पैदल चलते थकान बहुत हो रही थी। कहते जब सारे रास्ते बन्द हो जाय तो एक रास्ता हमेशा खुला रहता है।वो है भगवान कि शरण,मैंने मन ही मन माता रानी को याद किया आगे चलकर देखा एक बच्चा दिखाई दिया मैने बच्चे से पूछा तुम यहाँ क्या कर रहे हो ,वो कुछ भी नही बोला, में घबराने लगा ,फिर साहस किया ,और पूछा तुम यहाँ क्या कर रहे हो ,तब बच्चे ने एक ओर इशारा किया ,बच्चे ने जिस ओर इशारा किया में उस रास्ते पर चलने लगा ,कुछ आगे चलने पर पीछे मुड़कर देखा जंगल मे कोई नही था ।तब मन मे विश्वास हुआ कि वो बच्चा कोई नही बल्कि माता रानी का चमत्कार था ।जिन्होंने मेरी सहायता की और में आराम से घर पहुँच गया।  

हर व्यक्ति घर से बाहर निकलता है,अपने दैनिक कार्यो को संपादित करता है।बनते कार्य बिगड़ना या बिगड़े काम बन जाय ये सब घटना क्रम है।कभी छोटी घटना तो कभी बड़ी दुघर्टना कभी शाररिक कभी सांसर्गिक घटनाऐ जीवन मे अधिक धन कि पिपासा भाग दौड़ ने घटना क्रम को अधिक बढाया जिससे जन धन की हानि होती है।

   

जीवन मे सत्य पर चलने वाले और भक्ति मार्ग पर चलने वालो कि रक्षा ,सत्य व धर्म के द्वारा होती रहती है।



1 टिप्पणी:

आपका धन्यवाद आपका दिन मंगलमय हो।
मेरे ब्लॉग को सब्सक्राइब जरूर करे

ॐ जय गौरी नंदा

         डाउनलोड ऐप  आज की तिथि  त्योहार  मंदिर  आरती  भजन  कथाएँ  मंत्र  चालीसा  आज का विचार  प्रेरक कहानियाँ  ब्लॉग  खोजें होम भजन ओम जय ग...