नागेन्द्र हाराय त्रिलोचनाय
भस्माङ्गरागाय माहेश्वराय।
नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय
तस्मै नकाराय नमः शिवाय ।।
मन्दाकिनी सालिल चन्दन चर्चिताय
नन्दीश्वर प्रमथनाथ महेश्वराय।
मन्दार पुष्प बहुपुष्प सुपूजिताय
तस्मै मकाराय नमः शिवाय ||२ ||
शिवाय गौरी वदनाब्ज वृन्द
सूर्याय दक्षाध्वर नाशकाय ।
श्रीनील काठाय वृषध्वजाय
तस्मै शिकाराय नमः शिवाय ।। ३ ।।
वसिष्ठ कुम्भोद्भव गौतमार्य
मुनीन्द्र देवा चितशेखराय ।
चन्द्रार्क वैश्वानर लोचनाय
तस्मै वकाराय नमःशिवाय ।। ४।।
यक्षस्वरूपाय जटाधराय
पिनाकहस्ताय सनातनाय।
दिव्याय देवाय दिगम्बराय
तस्मै यकाराय नम:शिवाय ।। ५।।
पंचाक्षर मिदं पुण्य य: पठेच्छिवसंनिधौ।
शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते ॥
इति श्रीमच्छङ्कराचार्यविरचितं शिवपञ्चाक्षरस्तोत्रं सम्पूर्णम्
बहुत अच्छे पंडितजी, ज्ञान बाटते रहें नित्य
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
जवाब देंहटाएंHar har mahadev
जवाब देंहटाएंAti uttam
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